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खुशनुमा मौसम / ओरहान वेली
Kavita Kosh से
वसंत के सुंदर दिनों ने
तबाह कर दी मेरी ज़िंदगी
क्षीण हो गए मेरे सारे गुण
अपनी पहली सिगरेट मैंने वसंत में सुलगाई
मुझे प्रेम हुआ वसंत में
वसंत के एक दिन
मैं रोटी और मक्खन घर लाना भूल गया
और यह वसंत का ही एक दिन था
जब मैंंने कविताएं लिखने की शुरुआत की
वसंत के इस खुशनुमा मौसम ने
मेरी पूरी ज़िंदगी तबाह कर दी।
मूल तुर्किश से अनुवाद: रवि कोपरा
अंग्रेज़ी से अनुवाद: देवेश पथ सारिया