भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
चाँदनी / नन्दकिशोर नवल
Kavita Kosh से
चाँदनी
दिगम्बरा
मोहिनी-सी भाग रही भुवन-भुवन,
जिसके पीछे है मन नाप रहा,
धरा-गगन।
12.2.1962