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चील / बालस्वरूप राही
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					आसमान में उड़ती चील।
नज़र गड़ाए रहती लेकिन, 
नन्हें-मुन्ने हाथों पर, 
मार झपट्टा ले जाती हैं, 
जो आज जाए उसे नज़र। 
चाहे टॉफी चाकलेट हो, 
चाहे चने बतासा, खील। 
आसमान में उड़ती चील।
	
	