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छुट्टी / सरोजिनी कुलश्रेष्ठ
Kavita Kosh से
छुट्टी है भाई छुट्टी है,
आज हमारी छुट्टी है।
खेल खेलते जाना है,
गाना गाते जाना है।
जी भर खाना-खाना है,
जल्दी ही सो जाना है।
छुट्टी है भाई छुट्टी है,
आज हमारी छुट्टी है।