ज़िन्दगी / भानुमती नागदान
राह में जाते हुए बच्चों से पूछा
बोलो बच्चों क्या है ज़िन्दगी?
बच्चों ने अपने वज़नदार बस्तों को अपनी पीठ पर अच्छी तरह चढ़ाते हुए कहा
हमारा स्कूली बसता , ट्यूशन और C.P.E की लड़ाई जीतना ये ही है हमारी ज़िन्दगी ।
राह में दौड़ती हुई लड़कियों से पूछा
बोलो तुम्हारे लिए क्या है ज़िन्दगी
मुंह में रोटी का टुकड़ा-जल्दी जल्दी चबाते हुए उन्होंने कहा
फैक्टरी, ओवर टाइम यही है ज़िन्दगी ।
राह में चलते बुज़ुर्ग से पूछा
बोलो बाबा क्या है ज़िन्दगी ?
पेन्शन के मिले हज़ार रुपए से महीना पूरा करना ये ही है ज़िन्दगी ।
दफ्तर जाते हुए बाबू से पूछा
बोलो क्या है ज़िन्दगी
प्रोमोशन पाना ही मेरे लिए ज़िन्दगी है ।
देश के नेता से पूछा बोलो ज़िन्दगी क्या है ?
हमारी कुर्सी सलामत रहे ये ही है ज़िन्दगी ।
जुआरी से पूछा
बोलो क्या है ज़िन्दगी ।
बस जानवरों की जीत पर दाव लगाना ये ही है ज़िन्दगी ।
मैंने अपने आप से पूछा
क्या है ज़िन्दगी
देखा तो सामने से बाहें फैलाए आ रहा था मेरा आदर्श
मेरे लिए ये ही है ज़िन्दगी !