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मकान / मोती बी.ए.
Kavita Kosh से
एगो एइसन मकान बनाव
जवन रेसमों के टारि दे
मोलायम, नरम महीन,
झक झक झलके वाला
आ मजबूत एतना कि
केतनों जोर से हावा बहे
एह पर तनिको रेप ना लागे
आन्ही तूफान बरखा बुन्नी
सब आड़ि ले, बुझल नू।
मलिकार,
राउर सब बाति ठीक बा
बाकि एके बाति के गड़बड़ बा कि
हावा बेआरि के
कवनो देहि त होला ना
बेदेंहि वाला से देंहिवाला
कवने तरे लड़ी।
24.10.91