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यकीन / अम्बिका दत्त
Kavita Kosh से
शहर की दीवारों पर
कई पोस्टर लगे है
‘‘ अफवाहों पर यकीन मत कीजिए ’’
मेरी समझ में नही आता
पोस्टरों पर यकीन करूं
या अफवाहों पर ।