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लेकिन आदमी / विष्णु नागर
Kavita Kosh से
पहाड़ पर चढ़ो तो पहाड़, पहाड़ नहीं रह जाता
नदी पार कर लो तो नदी, नदी नहीं रह जाती
लेकिन आदमी को
जितना समझते जाओ
उतना वह मुश्किल होता जाता है।