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शिक्षा / एन. मनोहर प्रसाद
Kavita Kosh से
बुद्धि प्रदीप्त करने के लिए
शिक्षा की है ज़रूरत
न कि कुछ को दें रोज़गार
बाक़ी को रखें बेरोज़गारी से अभिशप्त!