भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

षटपद / दिनेश कुमार शुक्ल

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

गोह के गेह में
पेड़ की खोह में
जाने किस टोह में
नर्वल का चन्द्रमा ।

आंगन की नींद में
तारों की भीड़ में
पंछी के नीड़ में
नर्वल का चन्द्रमा ।

गंगा की रेत में
सरसों के खेत में
मिला सेतमेत में
नर्वल का चन्द्रमा ।

गांव में जवार में
जूड़ी बुखार में
भादों में क्वार में
नर्वल का चन्द्रमा ।

नदी के बहाव में
पत्थर की नाव में
डूबा किस भाव में
नर्वल का चन्द्रमा ।

हरीभरी घास में
छेका अनुप्रास में
और ज़रा पास में
नर्वल का चन्द्रमा ।