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सुतन्त्रता / भंवर भादाणी
Kavita Kosh से
बाज रै भय बिना
उड़ सकै
चिड़कल्यां
उण रौ नांव
है - सुतन्त्रता
जठै
गुस्सैल थार
लील नीं सकै
लस्कर कतारां
उजाड़ नीं सकै
झूपड़यां
उण रौ नांव
है - सुतन्त्रता
जठै
बारूद री सुरंग्यां
नीं हुवै फैल्योड़ी
अर
आदमी ले सकै
नचीती
सांस
उण रौ नांव
है-सुतन्त्रता
जठै
फळफूळ सकै
बीज
आदमी
जूण री सांसां बुण सकै
उण रौ नांव
है - सुतन्त्रता
जठै
आदमी रोटी रौ सुवाद
भूल्यो नीं हुवै
उण रौ नांव
है - सुतन्त्रता।