भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
हमारा संसार / रामावतार चेतन
Kavita Kosh से
हिन्दी शब्दों के अर्थ उपलब्ध हैं। शब्द पर डबल क्लिक करें। अन्य शब्दों पर कार्य जारी है।
ता-री, री-री, ता-रा, रा-रा,
नन्हा-सा संसार हमारा!
नन्हे अपने खेल-खिलौने,
हाथी ऊँट सभी हैं बौने।
नन्हे अपने मंदिर-मस्जिद,
नन्हा-सा अपना गुरुद्वारा!
ता-री, री-री, ता-रा, रा-रा!
अमर हमारी वानर सेना,
अन्यायी का करे चबेना।
हम में छोटा बड़ा न कोई,
अमर हमारा भाई-चारा!
ता-री, री-री, ता-रा, रा-रा!
आँधी आए चाहे पानी,
याद नहीं आएगी नानी।
चमकाएँगे आसमान में,
भारत माँ का भाग्य सितारा!
ता-री, री-री, ता-रा, रा-रा!
-साभार: पराग, जनवरी, 1978