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हाइकु 7 / लक्ष्मीनारायण रंगा
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कुरळा रैया
क्रोंच इण समै रा
कठै बाल्मीकि?
मा तो हुवै है
चंदबणन सदा
महकाती रै
मांय तो कीं नीं,
रैपर ई रैपर
आज सभ्यता