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अओ निंदिया रानी / पीसी लाल यादव
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अओ निंदिया रानी, ओ निंदिया रानी
सपना के डोली म आ, सुना मीठ बानी।
अओ निंदिया रानी...
रिगबिग फूले राहय, सपना के फुलवा
मया-पिरित के नोनी, झूलत रहे झुलवा।
नैनन के गली समा, सुना गीत-कहानी।
अओ निंदिया रानी...
सुरूज ह बूड़गे हे, चिरई मन सुतगे हे,
झिल-मिल चंदैनी संग, चंदा ह उठगे।
खुसी के आसा जगा, छींच पिरित-पानी।
अओ निंदिया रानी...
पाँव म नोनी के कभू, काँटा झन गड़य।
बाँहा बल, गियान ले, सरग निसैनी चढ़य॥
रेसमा ही डोरी लमा, कुलकय करेजा चानी।
अओ निंदिया रानी...