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अठैई / श्याम महर्षि
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					लारला दिना
अठै 
हुयो हो मेळो
अर 
एक दूजै री
करीजी
फजीती अठै।
अठै ई
मिल बैठ‘र
खायी ही सौगन्ध
सगळा
कै अबै
आपां नीं जावलां
ठेकै
अर नीं करालां
उधार 
पान बीड़ी अर चाय री।
अठै ई 
बिछायजी ही 
जाजम अर
लोटै लूण गाळ‘र
करीज्यो हो ऐलान
कै अबै
नीं करांला ओसर मोसर
अर नीं लेजावांला
गाय धरम पूळै माथै।
अठै ई
बीच गुवाड़ 
हुया हा भैळा
अर सरब सम्मति सूं
बणाईज्यो हो
भोळू नै सरपंच।
अठै ई करीज्यो हो फैसलो
कै गांव रा बासिन्दा
नीं जावैंला
अबै राड़ खातर
कोर्ट-कचैड़ी 
अर वकीलां रै दुवारै।
 
	
	

