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अहद अज़ खुद / ब्रजेन्द्र 'सागर'
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अहद अज़ खुद<ref>स्वयं से वादा</ref>
मेरे हौसलों से अहद का है यह तक़ाज़ा
कि तौहीन-ए-अल्फ़ाज़ न हो कहीं जुनून-ए-सुखन में
शब्दार्थ
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