भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
आजादी की नवीं वर्षगाँठ / हरिवंशराय बच्चन
Kavita Kosh से
आज़ादी के नौ वर्ष मुबारक तुमको,
नौ वर्षों के उत्कर्ष मुबारक तुमको,
हर वर्ष तुम्हें आगे की ओर बढाए,
हर वर्ष तुम्हें ऊपर की ओर उठाए;
गति उन्नति के आदर्श मुबारक तुमको,
बाधाओं से संघर्ष मुबारक तुमको!