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आतंक / हरीश बी० शर्मा
Kavita Kosh से
रोज फूटते रिकार्ड
आंकड़े छापते अखबार
हमले, बम-गोले
अपने बनते हथियार
तकाजा बेदर्दों का
बेकस परिवारों का
सहमा बाजार
डर, कुछ भी होने का
सवाल सुरक्षा का
गारंटी गार्डो की
कितने दरवाजे अलॉट हुए हैं
यमराज को
जाने कहां से निकल आए
मांग ले जीन का हिसाब।