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आधुनिक स्त्रीगण २ / कामिनी कामायनी
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दलान पर राखल लालटेम
नै छै खाली बौआ भाय सभक लेल
जाँत चक्की , गोबर , गोइठा, चूल्ही, बासन,छौड़,
नहि डराबे छै आब करबाक ओकरो छै होम वर्क
जनबाक छै प्रकाश वर्ष
समय आ दूरी पर
बनेबाक छै ढेर रास सवाल।
पोखरि सँ भरैत काल डोल,
मन करैत छै किल्लोल,
की छै आर्कमिडीजक सिद्धांत।
आनै छै पेठियासँ बेसाहि कऽ
नून तेल तरकारी
घरक समान
करै छै होम वर्क,
माएक काज आसान।
बेलै छै चकलापर,
उनटाबै छै ताबा परका सोहारी,
रटै छै एच टू एस ओ फोर।
लगबै छै मइयाक फाटल बेमायमे
मरहम।
देखै छथि दादी पिंजरासँ बहराएल सुगनीकेँ
ऊपर पसरल, उड़बा लेल नील आसमान
धिया ने बोझ जुड़ाइत छनि छाती आब ।