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इज़्ज़तपुरम्-45 / डी. एम. मिश्र
Kavita Kosh से
टूटी सारंगियाँ
फूटे तबले
पुरानी किताबें
ठुमरी की
दादरा की
चाट गये
दीमक
मुजरे के
होठों पर
मरसिया का पाठ
देवदासी
नगरबधू
फिरदौस
तवायफ
रक्कासा
उपाधियाँ
अब कहाँ?
वेश्या का दर्द
और
रंडी का
लेबल है