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इतिहासकार-2 / विनोद शर्मा
Kavita Kosh से
अगर आपको किसी चित्र में
किसी युग के जननायक के
पांवों के निशान तो दिखाई पड़ें
मगर उन असंख्य लोगों के
पांवों के निशान न दिखाई दें
जो उस जननायक के पीछे-पीछे चलते रहे
करते रहे उसकी जयजयकार
लगाते रहे उसके गढ़े हुए नारे
तो समझ लीजिए
कि वह चित्र किसी चित्रकार ने नहीं
इतिहासकार ने बनाया है।