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इन दिनों / वंदना केंगरानी
Kavita Kosh से
वह समय और था
जब लोग प्यार में
जान हार जाया करते थे
ससी-पुन्नु, हीर-राँझा
सोहनी-महिवाल, लैला-मजनूँ
कोई और थे
जो चले गए अपने समय के साथ
यह नई सदी है
दस्तूर नए हैं
यहाँ प्यार
मतलब हँसना
मस्ती करना और भूल जाना
अभी किससे मिले थे
ज़िंदगी
कितनी कारोबारी हो गई है इन दिनों !