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उत्सव मनाने जैसा है / संगीता गुप्ता
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उत्सव मनाने जैसा है
मेरे लिए
तुम से बात करना
सबसे बड़ी शाहखर्ची
मेरी
तुम से मिलना
तुम से
रोज नहीं मिलती मैं
इसी लिए