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उनका भय / कात्यायनी
Kavita Kosh से
वन्य पशु हैं
डरते हैं
आग से
डरते हैं वे
हमारी निर्भीक आँखों से
जो झाँकती हैं
सीधे
उनकी आँखों में ।
रचनाकाल : अगस्त 1994