भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
उसको भी बहने दे / मासूम शायर
Kavita Kosh से
आँखों में आँसू की नदी का बहाव है
मुस्कुराहट उस नदी की एक छोटी सी नाव है
साथ साथ दोनों को ऐसे ही रहने दे
इसको भी बहने दे
उसको भी बहने दे