ऊपरऽ से लागथौं ठिक्के / खुशीलाल मंजर
की पूछै छऽ देसऽ रऽ हाल
कहबौं तेॅ करभा आंख लाल
रोज संसद में होय छै सोर
व्यभिचार पर करऽ कंट्रोल
लेकिन की हौतैं देवऽ रऽ कपाड़
जे छै जोगबारऽ वहेॅ छै चोर
केनांक सुधरतौं तोहरऽ चाल
की पूछै छऽ देसऽ रऽ हाल
रोज रोज के यहेॅ हल्ला
जनवादी से पड़लऽ छौं पल्ला
करै के कुच्छ तेॅ करतौं की
कंबल औढ़ी केॅ पीयै छऽ घी
केकरऽ कहै छऽ करै लेॅ बात
की पूछै छऽ देसऽ रऽ हाल
ऊपरऽ सें देखऽ तेॅ लागथौं ठिक्के
बातों करतौं मीट्ठे-मीट्ठे
डुबकी मारी केॅ पीतौं पानी
बुझै में नै ऐतौं, है पिहानी
की करै छऽ भूतपकड़ा रऽ बात
कामऽ बकती मारतौं लात
की पूछै छऽ देसऽ रऽ हाल
गरजऽ बक्तीं गोड़ो पकड़तौ
गरज मिटतौं तेॅ हापकै लेॅ दौड़तौं
घरऽ घरऽ में झगड़ा लगाय केॅ
आपनऽ मढ़री खूब झाड़तौं
देखऽ नी ऐलऽ छौ लच्चा के राज
की पूछै छऽ देसऽ रऽ हाल