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एक लघु कविता / सुकुमार राय
Kavita Kosh से
छोटे-छोटे लड़के, किन चीज़ों से बनते,
कैसे सिरजे जाते?
धूल औ धक्कड़, पाँक और कीचड़,
इनसे सिरजे जाते लड़के,
इनसे सिरजे जाते।
और लड़कियाँ नन्ही, किन चीज़ों से बनीं,
कैसे पैदा हुईं?
मक्खन, चीनी, दूध, मलाई जैसी चीज़ें सारी
फेंट-मिलाकर बनीं लड़कियाँ,
ऐसे पैदा हुईं।
शिव किशोर तिवारी द्वारा मूल बांग्ला से अनूदित