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और वह बच्चा / नरेन्द्र जैन
Kavita Kosh से
और
वह बच्चा
जिसका ख़याल बरसों तक
तुम अपने जेहन में पालती रहीं
और वह बच्चा
जो
इस मौसम में
तुम्हारे ख़ून में पलना शुरू हो गया है
और
वह बच्चा
जो कल तुम्हें
माँ माँ पुकारता हुआ
दुनिया में दौड़ता-फिरेगा
और
वह
बच्चा