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कबूतर (कस्तूरी कुंडली बसै) / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय
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कबूतर नें
कबूतरी सें कहलकै
आदमी युद्ध केॅ
आरो विध्वंस के प्रतीक छिकै
ओकरा सें तेॅ अच्छा ऊ
जे शांति
आरो प्रेम के प्रतीक छिकै।