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ख़ूबसूरती / वीरा
Kavita Kosh से
रोशनी की सुराही
उलट गई
पानी में
और पानी
व रोशनी
दोनों ही पहले से
बहुत ज़्यादा
ख़ूबसूरत हो उठे
एकदम
प्यार की तरह।