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गिलहरी / प्रकाश मनु
Kavita Kosh से
एक गिलहरी
नेक गिलहरी,
बैठी घुटने टेक गिलहरी।
धारीदार
पहने कोट,
कुट-कुट-कुट खाती अखरोट।
खाकर के
थोड़ा मुसकाती,
गुपचुप आँखों से बतियाती।
पास अगर
मीनू जाएगी,
झट पेड़ों पर चढ़ जाएगी।