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चिड़िया कैसे गाएगी / सूर्यकुमार पांडेय
Kavita Kosh से
अगर प्रदूषण यूँ ही फैला
ऐसी मुश्किल आएगी,
पेड़ न होंगे, फूल न पत्ती
चिड़िया कैसे गाएगी?
अगर प्रदूषण यूँ ही फैला
ऐसी मुश्किल आएगी,
नदी न होगी, नाले होंगे
मछली भी मर जाएगी।
अगर प्रदूषण यूँ ही फैला
ऐसी मुश्किल आएगी,
हवा न होगी, धुआँ रहेगा
साँस-साँस घुट जाएगी।
अगर प्रदूषण यूँ ही फैला
ऐसी मुश्किल आएगी,
शान्ति न होगी, शोर मिलेगा
सब पर आफ़त छाएगी।
अगर प्रदूषण यूँ ही फैला
ऐसी मुश्किल आएगी,
अगर प्रदूषण यूँ ही फैला
ऐसी मुश्किल आएगी,
सब रोगी होंगे, यह दुनिया
तब पागल हो जाएगी।
इसीलिए संकल्प हमारा
जिसको सदा निभाएँगे,
इस धरती को हम सब लोग
प्रदूषण-मुक्त बनाएँगे।