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छूक-छूक चलती रेल / शकुंतला कालरा

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भागे गाड़ी, रेल अगाडी,
छूट गए हैं पेड़।
छूक-छूक चलती रेल।

छूटी नदियाँ, छूटे हैं तट,
छूटी सीपी, रेत।
छूक-छूक चलती रेल।

छुटे गन्ने, छूटी सरसों,
छूटी सड़कें मेंड़।
छूक-छूक चलती रेल।

सुन्दर बाग-बगीचे छुटे,
छूट गई सब बेल।
छूक-छूक चलती रेल।

छूटे बन के पंछी सारे,
खेल रहे जो खेल।
छूक-छूक चलती रेल।

छूट गए सब संगी-साथी,
होगा कब फिर मेल।
छूक-छूक चलती रेल।