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डर / संगीता गुप्ता
Kavita Kosh से
डर
अजनबी है
जब तक
तुम नहीं पुकारोगे
पास नहीं आयेगा
तय
सिर्फ तुम्हें करना है
उसे
करीब आने दोगे
या नहीं