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तुमने कहा था-1 / प्रेमचन्द गांधी

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आकाश में जो सबसे ऊँचे उड़ते हैं पंछी
वे ही सबसे लंबा सफर तय करते हैं
क्या तुम मेरे लिये इतना कर सकोगे ?
जाओ ! तौलकर देखो अपने डैने
क्षणिक उड़ान के पंछी नहीं हो तुम