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तुलसी रोॅ गुण / नवीन ठाकुर 'संधि'
Kavita Kosh से
तुलसी छेकोॅ हमरोॅ युगोॅ रोॅ दवाय,
झूठेॅ अंग्रेजी आरोॅहोमियोपैथिक आय।
एकरा आयुर्वेदिक यूनानी कहै छै जड़ी-बूटी,
है छेकै सब्भै वास्तें संजीवन बूटी।
हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सब्भै खोजै छै,
बेशी हिन्दू ने अंगना में रोपी केॅ पूजै छै।
तुलसी केरोॅ जंे रस पीयै छै,
स्वस्थ आरो सुन्दर बनी उमर भर जीयै छै।
जें रोजे तुलसी रोॅ पत्ता खैतेॅ,
ओकरोॅ शरीरोॅ रोॅ रोग भागी जैतेॅ।
जें तुलसी आरो मट्ठा सप्ताह में एक दिन पीतै,
ओकरोॅ कैन्सर, गैस्टिक, रक्तचाप भागी जैतै।
जें तुलसी रोॅ काढ़ा साँझ-बिहान पीतै,
सरदी, खोखी, माथा रोॅ दरद भागी जैतै।
जें खैतेॅ तुलसी शहद गुड़ मिलाय,
कहै कवि ‘‘संधि’’ देखियोॅ जरूरे तुलसी अजमाय।
तुलसी छेकोॅ हमरोॅ युगोॅ रो दवाय।