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त्रयी (शीर्षक कविता) / कन्हैया लाल सेठिया
Kavita Kosh से
स्मृति
अतीत,
सत्य
वर्तमान,
कल्पना
भविष्य,
इस त्रयी से
प्रतिबद्ध
मन से मनुष्य।