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दान-अदान / नवीन निकुंज

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जे माला
तोहें हुनका पहनैलोॅ
ओकरोॅ फूल
हमरे बटोरलोॅ छेलै
ऊ फूल हमरोॅ नै रहलै
माला हुनके होलै
मतरकि फूल के गंध
जे हमरोॅ अँगुली में समाय गेलोॅ छै
उ$µओकरोॅ की होतै
मानलौं
दान में देलोॅ चीज
वापिस नै लेलोॅ जावेॅ सकेॅ
मतरकि जे सुगंध
घुली गेलोॅ छै प्राणोॅ में
ओकरोॅ दानो तेॅ असंभवे छै ।