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नया कैमरा चाचा लाए / प्रकाश मनु
Kavita Kosh से
नया कैमरा चाचा लाए,
दरवाजे से ही चिल्लाए-
कहाँ गया, जल्दी आ छोटू,
बैठ यहाँ, खींचूँगा फोटो?
मैं बोला-यह क्या है चक्कर
छिपा हुआ क्या इसमें पेंटर?
चित्र बनाता बिलकुल वैसा
मोटा-पतला जो है जैसा।
हँसकर बोले चाचा-छोटू,
वही रहा बुद्धू का बुद्धू!
यह तो साइंस का कमाल है,
बस समझो, पूरा धमाल है।
खोटा-खरा जहाँ भी जैसा,
चित्र आएगा बिलकुल वैसा।
चाहे कह लो इसको नकली,
मात करेगा लेकिन असली।
सुनकर मन ही मन मुसकाया,
फोटो मैंने एक खिंचाया।
खुश होकर थे दाँत दिखाए,
इतने ज्यादा दाँत दिखाए।
ऐंचा-बैंचा फोटो आया,
देख सभी ने मुझे चिढ़ाया।
बोले, लगता तो है छोटू,
पर आधा बंदर का फोटू।
देख के मैं इतना शरमाया,
नहीं कभी फोटो खिंचवाया।