पटका मारॅ / कस्तूरी झा ‘कोकिल’
राजनीति आतंकवाद पर छीया-छीया-छीया।
देश भुलाना स्वार्थवाद पर छीया-छीया-छीया।
आतंकी तांडव सें पीड़ित,
होटल ताज, ओबेराय छै।
सौंसे हिन्द दुखी जख्मी छै,
जख्मी बहिना भाय छै
शोला छिटकै छै आँखीं सें दुर्गा काली धीया
राजनीति आतंकवाद पर छीया-छीया-छीया।
देश भुलाना स्वार्थवाद पर छीया-छीया-छीया।
राज ठाकरे कहाँ नुकैले?
पकडॅ़-पकड़ॅ भैया।
क्षेत्रवाद केॅ नारा देॅ केॅ
खंडित करथौं भैया।
शहीद करकरे, कृष्णन, सेना की केबल मुम्बैइया?
राजनीति आतंकवाद पर छीया-छीया-छीया।
देश भुलाना स्वार्थवाद पर छीया-छीया-छीया।
पाकिस्तान आतंकवाद केॅ
बड़का भारी अड्डा।
लाख बुझाबॅ, वें नैं बुझथौं,
खोदथौं गहरा गढ्ढा।
पटका मारॅ, नष्ट करी दॅ, आतंकवाद केॅ बीया।
राजनीति आतंकवाद पर छीया-छीया-छीया।
देश भुलाना स्वार्थवाद पर छीया-छीया-छीया।
हर संकट में देश एक छै,
दुनिया केॅ समझा बॅ।
एक तिरंगा एक सुदर्शन,
जगभर में फहरा बॅ।
ठोकॅ ताल, ताकत अजमाबॅ, केॅ, कत्ते, दूध पीया?
राजनीति आतंकवाद पर छीया-छीया-छीया।
देश भुलाना स्वार्थवाद पर छीया-छीया-छीया।
कसम शहीद केॅ लाल लहू केॅ,
लेबै नैं विश्राम।
आतंकी पालै वाला केॅ
करबै काम तमाम।
अमन चैन केॅ वंशी बजतै, हरसैते हीया।
राजनीति आतंकवाद पर छीया-छीया-छीया।
देश भुलाना स्वार्थवाद पर छीया-छीया-छीया।
-मुक्त कथन, 20 दिसम्बर, 2008