भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

पाप / प्रेमजी प्रेम

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

पाप करना पाप नहीं
पाप की बात करना पाप है

पाप करने वाले नहीं डरते
पाप की बात करने वाले
डरते हैं !

मत डरिए,
चाहे जितना पाप करें
आप उतना पाप करें
जितना कि किसी का
बाप भी ना कर सके ।

बस, बात ना करें
बातें करना पाप है
सबसे बड़ा पाप ।

अनुवाद : नीरज दइया