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पूँजीवाद / नासिर अहमद सिकंदर
Kavita Kosh से
दाल खत्म तो
चाँवल बचता
चाँवल खत्म तो दाल
खाद खत्म तो
खेत है बचता
खेत खत्म तो खाद
किसी भी पूँजी-संरक्षण में
पूँजी बचती
बचता पूँजीवाद !