प्यारा यार मनावाँगी / बुल्ले शाह
टुणे कामन करके नी मैं प्यारा यार मनावाँगी।
इस टुणे नूँ पढ़ फूकाँगी,
सूरज अगन जलावाँगी।
टुणे कामन करके नी मैं प्यारा यार मनावाँगी।
अक्खिआँ काजल काले बादल,
भवाँ<ref>भौंहें</ref> से आग लगावाँगी।
टुणे कामन करके नी मैं प्यारा यार मनावाँगी।
और बसात<ref>हिम्मत</ref> नहीं कुझ मेरी,
जोबन धड़ी गुन्दावाँगी।
टुणे कामन करके नी मैं प्यारा यार मनावाँगी।
सत्त समुन्दर दिल दे अन्दर,
दिल से लहर उठावाँगी।
टुणे कामन करके नी मैं प्यारा यार मनावाँगी।
बिजली होकर चमक डरावाँ,
मैं बादल घिर घिर जावाँगी।
टुणे कामन करके नी मैं प्यारा यार मनावाँगी।
इशक अँगीठी हरमल<ref>एक हरी बूटी</ref> तारे,
सूरज अगन चढ़ावाँगी।
टुणे कामन करके नी मैं प्यारा यार मनावाँगी।
ना मैं ब्याही ना मैं कँवारी,
बेटा गोद खिड़ावाँगी।
बुल्ला लामकान<ref>बे-घर</ref> दी पटड़ी उत्ते,
बह नाद बजावाँगी।
टुणे कामन करके नी मैं प्यारा यार मनावाँगी।