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बदनाम लड़कियाँ / देवयानी
Kavita Kosh से
बदनाम लड़कियाँ
देर तक रहती हैं
लोगों की याद में
उनसे भी देर तक
रहते हैं याद उनके क़िस्से
बरसों बाद
बीच बाज़ार
दिख जाती है जब
अपनी बेटी का हाथ थामे
अतीत से निकल कर चली आती
ऐसी कोई लड़की
उसके आगे-आगे
चले आते हैं याद में
वे ही क़िस्से
और
ठिठक जाता है एक हाथ
पुरानी दोस्ती की याद में
उसकी ओर बढ़ने से
ठीक पहले