भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

बरसात-1 / अवतार एनगिल

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

तुम्हारे संग
रिम-झिम के दिन
जैसे छोटे-छोटे सुख

तुम्हारे बिना
बरसात का सिलसिला
जैसे अन्नंत दुःख।