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बहस में अपराजेय / राजेन्द्र राजन
Kavita Kosh से
वे कभी बहस नहीं करते
या फिर हर वक्त बहस करते हैं
वे हमेशा एक ही बात पर बहस करते हैं
या फिर बहुत-सी चीज़ों पर बहस करते हैं एक ही समय
वे बहस को कभी निष्कर्ष तक नहीं ले जाते
वे निष्कर्ष लेकर आते हैं और बहस करते हैं
जब वे बहस करते हैं तो सुनते नहीं कुछ भी
कोई हरा नहीं सकता उन्हें बहस में