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बहार लागै छै / कस्तूरी झा ‘कोकिल’

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तोरा नैहरा रऽ सब कुछ बहार लागै छै।टेक।
तोरा नैहरा रऽ सब कुछ सितार लागै छै।
ई तरबन्ना/ ऊ खजुरबन्ना,
आमों रऽ बड़का-बड़का बगीचा,
कलमीं आरो बीजू एरॅ गाछ,
सब्भे में तोरे चेहरा गुलजार लागै छै।
तोरा नैहरा रऽ... सितार लागै छै।
याद पड़ै छै/सनतावन बरसोऽ रॅऽ बात,
साथ में बारात/मसक बाजा,
मिजाज तरो ताजा/कहार आरु पालकी,
आँखीं में तोरे संसार लागै छै,
तोरा नैहरा रऽ... सितार लागै छै।
बैलगाड़ी रऽ चरमर/गरदा अजी/भरखर,
पछिया बतास/तैइयो हुलास,
कच्ची सड़कऽ रऽ मधुर मगर प्यार लागै छै,
तोरा नैहरा रऽ... सितार लागै छै।
पक्की सड़क बनलौंहौं/टूटीफाटी गेलहौं,
बीचऽ-बीचऽ में गड्ढा/पार करेॅ पट्ठा,
गिरथौं दुपट्टा/दौड़े छै जीप/दौड़े छै टाटा।
टाइम कुटाइम/एहेऽ बड़ा घाटा।
एकरौह पर सच्चे दुलार लागै छै,
तोरा नैहरा रऽ... सितार लागै छै।
परसू बिछुड़ली छऽ/आँखीं में बसली छऽ,
हम्में छी जीपोऽ में/दौड़ी तों रहली छऽ!
काँटा रऽ चिन्ता नैं/कूसारऽ चिन्ता नैं।
फानै छऽ अड्डा तों/लाँघै छऽ गड्ढा तों।
सब्भे में तोरे अवतार लागै छै;
तोरा नैहरा रऽ... सितार लागै छै।
चंडी माय रऽ ढाँव/सब पर हुनखऽ छाँव,
द्विज जी रऽ गाँव/दुनिया भरी में नाँव।
चंडी माय थानों में/बड़का मैदानों में,
पश्चिम शिव मंदिर/एगो धर्मशाला,
दक्षिण यज्ञशाला/पूरब हनुमान जी,
उत्तर में मैया रऽ दरबार लागै छै;
तोरा नैहरा रऽ... सितार लागै छै।
नै पहिलऽ रङ हटिया/नैं पहिलऽ रङ खटिया।
तोशक पलंग/टी.भी. मलंग।
बहुते टेलीफोन/बात करै केऽ मोॅन;
पक्का मकान रऽ भरमार लागै छै।
तोरा नैहरा रऽ... सितार लागै छै।
साली रऽ बाते की/सरहोजऽ रऽ राते की।
साला रऽ हिंहकारी/रही-रही गारी/मनोमुग्धकारी,
भोजन-जलपान रऽ बौछार लागै छै।
तोरा नैहरा रऽ... सितार लागै छै।
जवान आरू बूढ़ी की,
परौठा आरू पूड़ी की।
सस्ते रसगुल्ला/मजेदार हल्ला।
सच्चमे में अद्भुत ससुरार लागै छै।
तोरा नैहरा रऽ... सितार लागै छै।

-अंगिका लोक/ अक्तूबर-दिसम्बर, 2007