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बाकी है अभी / हरिमोहन सारस्वत
Kavita Kosh से
मुझे लिखनी है अभी
जीवन की सबसे सुन्दर कविता
तुझे गुनगुनाना है अभी
जिन्दगी का सबसे मधुर संगीत
मैं शब्द सजा रहा हूं
बरसों से
उस गीत की तलाश में
तुझे सोचते हुए
तू वीणा के तारों में उलझी है
सिर झुकाए जाने कब से
जीवन संगीत के सुरों को खोजते हुए
नियति ने यही काम सौंपा है
हम दोनों को
जीवन की तलाश
जहंा पीड़ा के क्षणों में भी
गुनगुनाया जा सके
मधुर संगीत में भीगा
सबसे सुन्दर गीत
तो आ,
युगों तक अकेले भटकने के बाद
अब साथ चलें
और लिख डालें
बुन डालें
जिन्दगी का सबसे सुन्दर गीत
सबसे मधुर संगीत
फना होने से पहले..