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बार ऐन बग्वाली, माधोसिंह / गढ़वाली

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

माधोसिंह

बार ऐन बग्वाली, माधोसिंह,
सोल ऐन सराध, माधोसिंह।
मेरो माधो नी आयो, माधोसिंह।
त्वै जागो रैन, माधोसिंह
तेरी राणी बौराणी, माधोसिंह।
दाल दलीं रै, माधोसिंह।
चौंल डङ्यां रया, माधोसिंह।
तेरी ब्बै रोंदी रे, माधोसिंह,
मेरो माधो नी आयो, माधोसिंह।

शब्दार्थ
<references/>