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बिंदियाँ / लक्ष्मीशंकर वाजपेयी
Kavita Kosh से
कमरे में सजी
तुम्हारी बड़ी-
सी तस्वीर से
कहीं ज्यादा
परेशान करती हैं !
बाथरूम में चिपकी
तुम्हारी छोटी-
छोटी बिन्दिया।